प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के सामने जमकर हंगामा हुआ।
कुशीनगर में दैनिक भास्कर द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। पडरौना स्थित शिवराम पैलेस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के सामने जमकर हंगामा हुआ।
.
दैनिक भास्कर ने अपनी जांच में जिले के अस्पतालों में बिना बीमारी के ऑपरेशन किए जाने का गंभीर मामला उजागर किया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब इस मुद्दे को उठाया, तो तमकुहीराज के विधायक डॉ. असीम राय ने आरोपी अस्पताल का बचाव करते हुए पत्रकारों को स्टिंग वीडियो की जांच कराने की धमकी दे डाली।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जमकर हंगामा हुआ। प्रभारी मंत्री ने हाथ जोड़कर शांत कराया।
स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई, जब विधायक और पत्रकारों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। मामले को गंभीर होता देख प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को हाथ जोड़कर शांत कराना पड़ा। उन्होंने सीएमओ कुशीनगर की कार्यशैली पर असहमति जताते हुए मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में जिले के सीएमओ सुरेश पटरियां ने भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। मामले पर टिप्पणी करने से बचते रहे। स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने मौके पर जाकर छानबीन की। लेकिन नोडल अधिकारी भी कुछ बोलने से कतराते नजर आए।
कुशीनगर प्रभारी मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बवाल ।
कुशीनगर में स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया था। जांच में सामने आया कि यूपी-बिहार बॉर्डर पर स्थित अस्पतालों में बिना किसी बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी की जा रही है। इस घोटाले में मुख्य रूप से आयुष्मान कार्ड धारकों को निशाना बनाया जा रहा है। टीम की एक महीने की जांच में पता चला कि छोटे हेल्थ सेंटर से लेकर बड़े अस्पतालों तक का एक व्यवस्थित नेटवर्क काम कर रहा है। दलालों का नेटवर्क बिहार के मरीजों को यूपी के गोरखपुर तक ले जाने में सक्रिय है।
कुशीनगर प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
भास्कर के रिपोर्टर ने इसे लेकर बीते बुधवार को हेल्थ सेंटर संचालक बनकर एक बड़े अस्पताल में स्टिंग ऑपरेशन किया था। जहां अस्पताल प्रबंधन ने न केवल फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने की बात स्वीकारी, बल्कि मरीज को सीधे ऑपरेशन थिएटर तक ले गए।
कुशीनगर सीएमओ ने सदर कोतवाली पड़रौना में बिना बीमारी ऑपरेशन करने वाले मामले एफआईआर दर्ज कराया है। जिसमें प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए डॉ पुष्कर यादव पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुटी है।
————————-
ये भी पढ़ें…
‘यूरिन के रास्ते पत्थर डालेंगे, 24 घंटे बाद निकाल देंगे’:बिना बीमारी हो रहा मरीजों का ऑपरेशन; UP–बिहार के अस्पताल एक्सपोज
UP–बिहार के अस्पतालों में बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी कर दी जा रही है। ऐसे लोगों को टारगेट किया जा रहा है, जिनके पास आयुष्मान कार्ड है। मरीजों को हॉस्पिटल तक ले जाने के लिए छोटे हेल्थ सेंटर से लेकर बड़े अस्पतालों तक के बीच नेक्सस बना हुआ है।
UP–बिहार बॉर्डर से सटे जिलों में दलालों का पूरा नेटवर्क एक्टिव है। बॉर्डर के नजदीक रहने वाले बिहार के मरीजों को इलाज के लिए UP के गोरखपुर तक ले जाया जा रहा है।
भास्कर की इन्वेस्टिगेटिव टीम ने महीनेभर इन जिलों की खाक छानी। दोनों राज्यों की बॉर्डर के आसपास बने अस्पतालों को स्कैन किया।
हमें कई ऐसे अस्पतालों के बारे में पता चला जहां बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी कर दी जा रही है। मामले का पर्दाफाश करने के लिए भास्कर रिपोर्टर ने हेल्थ सेंटर संचालक बनकर एक बड़े हॉस्पिटल से डील की।
हॉस्पिटल संचालक ने रिपोर्टर के साथ गए मरीज की न सिर्फ फर्जी मेडिकल रिपोर्ट्स बनाने का रास्ता बताया, बल्कि उसे सर्जरी के लिए ऑपरेशन थिएटर में भी ले गए। इसी बीच बहाना बनाकर हमारे साथी OT से बाहर आए और पूरा मामला एक्सपोज हुआ। पढ़ें पूरी खबर…