Mobikwik Shares: डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी ‘वन मोबीक्विक सिस्टम्स लिमिटेड’ के शेयर सोमवार 17 मार्च को क्रैश हो गए। शुरुआती कारोबार में इसका भाव 15 फीसदी तक गिरकर 231.10 रुपये के नए 2-वीक लो पर पहुंच गया। यह गिरावट कंपनी के तीन महीने की IPO लॉक-इन अवधि समाप्त होने के बाद आई।
क्यों गिरे Mobikwik के शेयर?
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोबिक्विक के 46 लाख शेयर (कंपनी की कुल इक्विटी हिस्सेदारी का 6%) अब तीन महीने की शेयरहोल्डिंग लॉक-इन अवधि खत्म होने के बाद सोमवार 17 मार्च से शेयर बाजार में कारोबार के लिए उपलब्ध हो गए हैं। हालांकि लॉक-इन खत्म होने का मतलब यह नहीं है कि ये सभी शेयर तुरंत बिक जाएंगे, लेकिन इस खबर ने निवेशकों में घबराहट जरूर बढ़ा दी।
Mobikwik के शेयर पिछले हफ्ते अपने 279 रुपये के IPO प्राइस से भी नीचे गिर गए थे। अब आज इसमें और गिरावट देखने को मिली है।
दिसंबर तिमाही में घाटे में रही कंपनी
हालिया दिसंबर तिमाही में Mobikwik का रेवेन्यू सालाना आधार पर 17.7% बढ़कर 269.5 करोड़ रुपये रहा। वहीं इसका टोटल इनकम भी इस दौरान 18.6% बढ़कर 274.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
हालांकि आय में बढ़ोतरी के बावजूद कंपनी घाटे में रही। दिसंबर तिमाही में कंपनी को 55.3 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में इसे 5.3 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। पिछली तिमाही के मुकाबले भी लॉस बढ़ा है, क्योंकि सितंबर तिमाही में कंपनी का घाटा ₹3.6 करोड़ था।
सुबह 10.30 बजे के करीब, Mobikwik के शेयर कुछ भरपाई करते हुए 9.03 फीसदी की गिरावट के साथ 246.20 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। शेयर अपने पोस्ट-लिस्टिंग हाई 698 रुपये से अब तक 65% तक टूट चुका है।
Mobikwik के शेयर को फिलहाल केवल Dolat Capital Markets ट्रैक कर रहा है, जिसने इस पर “Buy” रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस ₹700 प्रति शेयर रखा है। हालांकि, मौजूदा गिरावट के बाद निवेशकों की चिंता बढ़ गई है कि क्या यह स्टॉक IPO प्राइस को रिकवर कर पाएगा या नहीं।