पेमेंट सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली कंपनी मोबिक्विक (MobiKwik) के शेयर धड़ाम हो गए हैं। मोबिक्विक के शेयर सोमवार को BSE में 13 पर्सेंट से ज्यादा लुढ़ककर 231.05 रुपये पर पहुंच गए हैं। कंपनी के शेयरों ने 52 हफ्ते का अपना नया लो लेवल बनाया है। मोबिक्विक के शेयर सोमवार को अपने आईपीओ प्राइस से भी नीचे जा पहुंचे हैं। सोमवार 17 मार्च 2025 को कंपनी के शेयरों का 3 महीने का लॉक-इन पीरियड खत्म हुआ है। मोबिक्विक की पैरेंट कंपनी वन मोबिक्विक सिस्टम्स लिमिटेड है।
ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे 46 लाख शेयर
मोबिक्विक (MobiKwik) के 46 लाख शेयर या कंपनी की आउटस्टैंडिंग इक्विटी का 6 पर्सेंट सोमवार को ट्रेडिंग के योग्य होगा। नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वॉन्टिटेटिव रिसर्च के डेटा के मुताबिक, मोबिक्विक के शेयरों का 3 महीने का लॉक-इन पीरियड सोमवार को खत्म हो रहा है। दिसंबर 2024 को खत्म हुई तिमाही में मोबिक्विक का रेवेन्यू सालाना आधार पर 17.7 पर्सेंट बढ़कर 269.5 करोड़ रुपये पहुंच गया। वहीं, मोबिक्विक की टोटल इनकम सालाना आधार पर 18.6 पर्सेंट बढ़कर 274.5 करोड़ रुपये पहुंच गई। तिमाही के दौरान मोबिक्विक को 55.3 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ। वहीं, पिछले साल की समान अवधि में पेमेंट सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली क को 5.3 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था।
IPO प्राइस से भी नीचे आए मोबिक्विक के शेयर
मोबिक्विक (MobiKwik) के शेयर टूटकर आईपीओ प्राइस से भी नीचे पहुंच गए हैं। आईपीओ में मोबिक्विक के शेयर का दाम 279 रुपये था। कंपनी के शेयर सोमवार 17 मार्च 2025 को 231.05 रुपये पर जा पहुंचे हैं। कंपनी के शेयर अपने 52 हफ्ते के हाई से भी 65 पर्सेंट से अधिक टूट गए हैं। मोबिक्विक के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 698.30 रुपये है। वहीं, कंपनी के शेयर सोमवार 17 मार्च को 52 हफ्ते के नए लो 231.05 रुपये पर जा पहुंचे हैं। मोबिक्विक को केवल एक एनालिस्ट दौलत कैपिटल मार्केट्स ट्रैक करते हैं, जिन्होंने कंपनी के शेयरों को बाय रेटिंग के साथ 700 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।