सनातन धर्म में सभी तिथियों से में एकादशी को खास माना जाता है। यह तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शुभ मानी जाती है। इस दिन साधक व्रत करते हैं और विधिपूर्वक श्री हरि की पूजा-अर्चना करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi 2025 Kab hai) व्रत करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर महीने में 2 बार एकादशी व्रत किया जाता है। इस तिथि को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ मानी जाती है। पंचांग के अनुसार, हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष में कामदा एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi 2025 Significance) व्रत करने से साधक के जीवन में सुख- समृद्धि का वास बना रहता है।
कामदा एकादशी 2025 डेट शुभ मुहूर्त (Kamada Ekadashi Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 07 अप्रैल को रात 08 बजे होगी और अगले दिन यानी 08 अप्रैल को रात 09 बजकर 12 मिनट पर खत्म होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। इस प्रकार से 08 अप्रैल (Kamada Ekadashi 2025 Kab hai) को कामदा एकादशी व्रत किया जाएगा।
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 20 मिनट तकगोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 42 मिनट से 07 बजकर 04 मिनट तकनिशिता मुहूर्त- रात 12 बजे से 12 बजकर 45 मिनट तक
कामदा एकादशी 2025 पारण टाइम (Kamada Ekadashi Paran Timing)
एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि पर किया जाता है। ऐसे में कामदा एकादशी का पारण 09 अप्रैल को किया जाएगा। इस दिन व्रत का पारण करने का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 02 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक है। व्रत का पारण करने के बाद अन्न और धन का दान जरूर करना चाहिए।
ऐसे करें मां तुलसी को प्रसन्न
आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए कामदा एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद तुलसी के पौधे में कच्चे दूध से अर्घ्य दें। इस दौरान दीपक जलाकर आरती करें। साथ ही मां तुलसी से सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। नीचे दिए गए मंत्र का जप करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से मां तुलसी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।यह भी पढ़ें: Kamada Ekadashi 2025: कामदा एकादशी पर श्री हरि को अर्पित करें ये खास चीजें, धन-धान्य से भरा रहेगा जीवन
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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